टाटा कॉइन क्रिप्टोकरेंसी आजकल चर्चा में है। BSC पर लिस्टेड इस क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू 1200 फीसदी से बढ़ गई है। 5 मार्च को यह 0.008 डॉलर पर थी और 6 मार्च को बढ़कर 0.24 डॉलर हो गई। इसका वर्तमान कारोबार 0.09 डॉलर और मार्केट कैपिटलाइजेशन 718,300 डॉलर है।
क्या है TATA Coin :
TATA Coin का मकसद ट्रांजैक्शन फीस को कम करना और इंटरनेशनल पेमेंट्स को फास्ट व सस्ता बनाना है। क्योंकि इसकी सप्लाई लिमिटेड है, इसलिए TATA Coin को मुद्रास्फीति के खिलाफ बचाव के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। TATA Coin को इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह कभी भी 90 लाख सिक्कों से ज्यादा नहीं होगा। इस डिजाइन फीचर को ना तो कम्युनिटी बदल सकती है ना ही कोई ऑर्गनाइजेशन। यही प्रोटोकॉल इसे गोल्ड जैसी कीमती धातु से भी अलग बनाता है। गोल्ड के ज्यादा खनन से उसकी वैल्यू में कमी आ सकती है, लेकिन TATA Coin की सप्लाई लिमिटेड है।
क्या इसमें निवेश करना चाहिए ?
TATA Coin पूरी तरह से डीसेंट्रलाइज्ड है। इसका मतलब है कोई एकल इकाई या व्यक्ति जैसे- CEO इस क्रिप्टोकरेंसी को कंट्रोल नहीं करता है। इसका मकसद डीसेंट्रलाइज्ड माहौल को बढ़ावा देना और मल्टीनेशनल कंपनियों और ऑर्गनाइजेशन के लिए सिक्योर क्रॉस-बॉर्डर ट्रांजैक्शन सिस्टम बनाना है।
फ्यूचर में एक डीसेंट्रलाइज्ड स्वैप और एक्सचेंज बनाने की योजना भी है. कम्युनिटी यूजर्स करेंसी को दिशा देती हैं, जिनके पास सबसे ज्यादा कॉइन होते हैं। इसी वजह से डेवलपर्स ही अपने पास सबसे ज्यादा कॉइन रखते हैं। लेकिन टाटा कॉइन के मामले में डेवलपर्स के पास कोई कॉइन नहीं है। इस डिजिटल करेंसी पर उनका कोई कंट्रोल नहीं है। टाटा कॉइन में 100 फीसदी पब्लिक लिक्विडिटी है।
TATA Coin के रिस्क :
इस क्रिप्टोकरेंसी में अस्थिरता बहुत अधिक है। TATA Coin एक अच्छा इन्वेस्टमेंट नजर आता है, लेकिन यह कुछ घंटों में बदल भी सकता है। क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में यह कॉइन बहुत छोटी है। CoinMarketCap पर अभी यह 2,953वें नंबर पर है। इसलिए निवेश से पहले सभी रिस्क को समझना जरूरी है