हनुमानगढ | आज हनुमानगढ़ के पूर्व उपप्रधान राजेन्द्र प्रसाद ने कहा किघाटे से जूझकर मौत को गले लगा रहे किसानों, नौकरी मांग रहे युवाओं, मंदे की मार झेल रहे व्यापारियों, प्रताड़ना सह रहे दलितों से होता हुआ असंतोष अब सुप्रीम कोर्ट के जजों तक जा पहुंचा
और सरकार इसका कारण जजों की जाति और विपक्षी दलों के बयानों में ढूंढ रही है।
प्रधानसेवक जी लोकतंत्र पर मंडराते खतरे पर एक्शन में क्यों नहीं? क्या संवैधानिक संस्थाओं में वर्तमान में बढ रहा कार्यपालिका का हस्तक्षेप इसका जिम्मेदार नहीं?