अभिनेत्री जुही चावला ने आदालत में याचिका लगाई हैं कि सरकारी एजेंसिया 5 जी स्वास्थ्य के लिए कितनी सुरक्षित हैं इसकी जांच करे। यह याचिका 500 पनों की हैं जिसमें कई सरकारी एजेंसिया जैसे डिपार्टमेंट कम्यूनिकेशन साइस एंड एजीनियरिग रिसर्च बोर्ड एडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च सेंट्रल पोल्युशन कंट्रोल बोर्ड विश्व स्वास्थ्य संगठन आदि को पार्टी बनाया हैं। इस याचिका की सनुवाई बुधवार को हैं।
साल 2011 से ही जुही चावला ने मोबाइल फोन टावर से स्वास्थ्य को होने वाली हानि पर चिंता दिखाई हैं। इस मामले में जुही चावला का सात साल से आमिर खान झगड़ा चला हैं। याचिका में 5 जी से संभावित खतरो का जिक्र किया हैं और इससे होने वाले भारी जान के नुकसान के उदाहरण दिए गए हैं।
5 जी तकनीक ज्यादा फ्रीक्वेंसी का इस्तेमाल करती हैं।
अतंराष्ट्रीय रिर्पोट के मुताबिक भी 5 जी अत्यन्त घातक हैं।
5 जी तकनीक का उपयोग करने के लिए कई बेस स्टेशनों की जरूरत पडती हैं।
सुत्रो से साबित होता हैं की अभिनत्री जुही चावला की चिंता सही हैं। बढती तकनीक के कारण मनुष्यो पक्षीयों व पर्यावरण की भरपाई न हो पा सकने वाला नुकसान हो रहा हैं।