1 फरवरी से साउथ अफ्रीका और इंडिया के बीच 6 मैचों की वनडे सीरीज शुरू हो रही है जिसके लिए इंडिया टीम पूरी मेहनत कर रही है। 1 फरवरी को जब टीम इंडिया मैदान पर उतरेगी तो सबकी नजरें भारत के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी पर होंगी। क्योंकि धोनी एक ऐसा खिलाड़ी है जिसने कई बार टीम की नैया पार लगाईं है और टीम जितनी ज्यादा कठिन परिस्थितियों में हो ये खिलाड़ी उन परिस्थितियों में उतना ही अच्छा खेलता है यूँ ही नहीं धोनी के दुनिया में इतने फैन है।
धोनी का वनडे करियर –
धोनी के वनडे करियर की बात करें तो उन्होंने अब तक खेले 312 वनडे मैचों की 268 पारी में 76 बार नाबाद रहते हुए कुल 9898 रन बनाए हैं। वनडे क्रिकेट में उनका सर्वोच्च स्कोर 183* रनों का है जबकि उनका औसत 51.55 का है . उन्होंने अपने वनडे करियर में अब तक 10 शतक और 67 अर्द्धशतक लगाए हैं। धोनी अगर सीरीज के तीन मैचों में जरूरी 102 रन बना लेते हैं तो वो सबसे तेज 10,000 रन बनाने वाले चौथे बल्लेबाज भी बन जाएंगे. सबसे तेज दस हजार बनाने का रिकॉर्ड सचिन(259 पारी) के नाम है।
महेन्द्र सिंह धोनी दो बड़े रिकॉर्ड के करीब –
धोनी जहां दुनिया के सफलतम कप्तानों में गिने जाते है और अब अच्छे बल्लेबाजों में भी। धोनी अपने वनडे क्रिकेट में एक और रिकॉर्ड बनाने जा रहें है वो वनडे करियर में 10,000 रनों के करीब पहुंच गए हैं। धोनी ने अब तक वनडे में 9898 रन बना लिए है। अफ्रीका के खिलाफ धोनी 6 मैचों की इस सीरीज में 102 रन बनाते ही दस हजारी क्लब में शामिल हो जाएंगे। धोनी अगर इस आंकड़े को पार कर लेते हैं तो वो विश्व के 12वें और भारत के चौथे
खिलाड़ी बन जाएंगे। धोनी से पहले भारत के लिए सचिन तेंदुलकर(18,426),सौरव गांगुली(11,363) और राहुल द्रविड़(10,889 )ने ही वनडे क्रिकेट में 10,000 रन बनाए हैं।
बल्ले के बिना तिहरा शतक-
साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में बल्लेबाजी के बाद धोनी एक और रिकॉर्ड बनाने वाले है । विकेट के पीछे अपनी फुर्ती से कई बार दर्शकों को रोमांचित करने वाले धोनी अगर 6 मैचों की सीरीज में 7 कैच लपक लेते हैं तो वो वनडे क्रिकेट में 300 कैच लेने वाले दुनिया के चौथे विकेटकीपर बन जाएंगे। वनडे क्रिकेट में सबसे अधिक कैच लेने के मामले में सबसे आगे ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट है जिन्होंने अपने वनडे करियर में 417 कैच लिए है।