वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार यानी आज लोकसभा में आम बजट पेश किया। इससे पहले अरुण जेटली ने 29 जनवरी को संसद में आर्थिक सर्वेक्षण 2017-18 पेश किया था। आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान जीडीपी ग्रोथ रेट 7 से 7.5 फीसदी के बीच रह सकती है। वहीं वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान ग्रोथ रेट 6.75 फीसदी रहने का अनुमान है। 2019 लोकसभा चुनाव से पहले आज का बजट मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण बजट है। जीएसटी लागू होने के बाद ये पहला बजट है। अरुण जेटली हिंदी में बजट पेश कर रहें हैं। अरुण जेटली का ये वित्त मंत्री के तौर पर 5वां बजट है। अरुण जेटली ने बजट पेश करते हुए निम्न बातें कही –
- 70 लाख नई नौकरियां देने की योजना।
- 1400 करोड़ रुपए में कृषि संपदा योजना की शुरुआत।
- पशुपालन-मछली पालन वालों को भी किसान क्रेडिट कार्ड।
- 20 लाख बच्चों की स्कूल भेजने का लक्ष्य।
- हेल्थ वेलनेस सेंटर के लिए 1200 करोड़।
- संसदीय क्षेत्रों पर एक मेडिकल कॉलेज खोलने की योजना।
- PM जीवन बीमा योजना से 5.22 करोड़ परिवारों की मदद हुई।
- टीबी मरीजों को हर महीने 500 रुपए की मदद।
- मुद्रा योजना के लिए 3 लाख करोड़ रुपए का आवंटन।
- नई नौकरियों में 12 फीसदी EPF देगी सरकार।
- रेलवे पर 1 लाख 48 हजार करोड़ रुपए का खर्च होगा।
- 3600 किमी. नई रेल लाइन बिछाई जाएंगी।
- देश में अब सिर्फ बड़ी लाइनों पर रेल चलेगी।
- इंटरनेशनल लेवल के 16 एयरपोर्ट तैयार किए जाएंगे।
- देश में एयरपोर्ट की संख्या अब 124 पहुंची।
- बिटकॉइन जैसी करेंसी देश में नहीं चलेगी।
- 600 नए हवाई अड्डे बनाने की योजना।
- कई सरकारी कंपनियों को शेयर बाजार में लाया जाएगा।
- राष्ट्रपति-गवर्नर की सैलरी में बढ़ोतरी का प्रस्ताव।