कर्नाटक में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनने के बाद भी सरकार बनाने की दौड़ में कांग्रेस से पिछड़ गई । बहुमत के लिए जरूरी 113 सीटों के जादुई आंकड़े को पार नहीं कर पाई।
-मतगणना के शुरुआती आधे घंटे में कांग्रेस ने बढ़त बनाई। इसके बाद एक घंटे तक उसकी भाजपा से कड़ी टक्कर देखने को मिली। लेकिन साढ़े नौ बजे के बाद भाजपा आगे निकलकर बहुमत के करीब तक पहुंच गई।
– दोपहर 1 बजे के बाद एक बार भाजपा 122 सीट तक पहुंच गई। इसके बाद करीब 2:20 बजे तक पार्टी 104 सीटों पर आ गई।
– बदलते समीकरणों के बीच येदियुरप्पा ने बयान दिया कि भाजपा अकेले दम पर सरकार बना लेगी, उसे किसी के समर्थन की जरूरत नहीं है। इसके बाद जेडीएस का रुख बदला और कांग्रेस ने कोशिशें तेज की।
– इससे पहले कांग्रेस नेता जी परमेश्वर ने कहा, “हम जनादेश को स्वीकार करते हैं। सरकार बनाने के लिए हमारे पास आंकड़े नहीं है। ऐसे में कांग्रेस ने सरकार बनाने के लिए जेडीएस को समर्थन देने की पेशकश की है।”
– उधर, येदियुरप्पा को भाजपा ने दिल्ली आने से रोक दिया। भाजपा के सीएम कैंडिडेट ने बेंगलुरु में ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, “कांग्रेस एक बार फिर जनादेश के बावजूद उसे ठुकराने की कोशिश कर रही है, लेकिन कर्नाटक की जनता इसे स्वीकार नहीं करेगी। कांग्रेस पिछले रास्ते से सत्ता में आने की कोशिश कर रही है।”