भीलवाड़ा के आसींद थाना क्षेत्र के लाछुड़ा गांव में नूर मोहम्मद नामक व्यक्ति के खेत में एक अवैध खदान संचालित हो रही थी जो बुधवार दोपहर को ढहने से 7 मजदूर मलबे में दब गए हैं। जिनमे 4 महिलाऐं व 3 पुरुष थे। हादसा करीब एक बजे हुआ। घटना की जानकारी मिलने पर प्रशासन मौके पर पहुंचा।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी : पुलिस और प्रशासन ने खदान में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। खदान के ढहने की सूचना क्षेत्र में आग की तरह फैल गई है। इससे लोगों की भीड़ मौके पर इकट्ठा हो गई। सभी मजदूर 50 से 80 फीट की गहराई में दबे होने का अनुमान लगाया जा रहा है ।
4 महिलाएं समेत 7 लाग दबे: इस खदान के मलबे में 7 लोग दबे हुए हैं। इनकी पहचान करेड़ा के रहने वाले गणेश पुत्र नारू भील (21), केमरी के रहने वाले कन्हैया पुत्र रामा भील (23), केमरी के प्रहलाद पुत्र कैलाश भाट (18), करेड़ा के हिंगला पुत्री कैलाश भाट (20), केमरी की रहने वाली धर्मा पुत्री तेज भाट (25), केमरी की मीना पुत्री हजारी भील (21) व करेड़ा निवासी मीना भील (18) के रूप में हुई है।
प्रशासन की लापरवाही : लोगों ने आरोप लगाया है कि प्रशासन को इस अवैध खनन खदान के बारे में कई बार शिकायत की गई थी, लेकिन अधिकारियों ने इस पर ध्यान नहीं दिया।
खदान के आस-पास कोई सुरक्षा दीवार नहीं बनाई गई थी। ऐसे में जिस खेत में माइनिंग हो रही थी, उसके पास के खेत की मिट्टी खदान में ढह गई।