हिचकिया सभी को आती है ,कभी-कभी हिचकी का आना कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन, लगातार और बार-बार हिचकी आने पर इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। बार बार आने वाली हिचकी हिचकी कई बीमारियों का संकेत हो सकती है। इसका कारण तनाव, निमोनिया, मस्तिष्क व पेट का ट्यूमर, पार्किसन, डायबिटीज और किडनी की बीमारी हो सकती है।
हिचकी आने का कारण और उसका उपचार:
जब पेट और फेफड़े के बीच स्थित डायफ्राम और पसलियों की मांसपेशी में संकुचन होता है तो हिचकी आती है । दूसरा कारण खाना खाने के बाद पेट बहुत ज्यादा भरा हुआ महसूस होता है तब भी हिचकी आ सकती है। श्वास नली में अत्यधिक हलचल से व्यक्ति को हिचकी आ सकती है। गर्म और मसालेदार खाना खाने से भी हिचकी आती है।
घरेलू उपाय:
हिचकी आने पर पानी के सेवन से हिचकी रुक जाती है।
शहद का सेवन करने से हिचकी रूक जाती है।
एक चम्मच चीनी को चूंसने से हिचकी जल्दी रुक जाती है।
नींबू को दो भाग में काटकर एक भाग पर चीनी छिड़कें और उसे चूसें।
चीनी को नींबू के साथ चूसने पर हिचकी रूक जाती है।
ये उपाय कभी-कभी हिचकी की प्रॉब्लम होने पर किये जा सकते है। लगातार और बार-बार हिचकी की प्रॉब्लम होने पर डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए।